SBI Pashupalan Loan Yojana: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले किसानों और पशुपालकों को ध्यान में रखते हुए SBI पशुपालन लोन योजना 2025 की शुरुआत की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को डेयरी व्यवसाय, बकरी पालन, मुर्गी पालन और अन्य पशुपालन गतिविधियों के लिए आर्थिक सहयोग देना है। योजना के तहत किसानों को अधिकतम 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जाएगा और सरकार की ओर से 25% तक की सब्सिडी भी प्रदान की जाएगी।
किन्हें मिलेगा लाभ
यह योजना खासतौर पर छोटे और मध्यम वर्ग के किसानों, पशुपालकों, महिला स्वयं सहायता समूहों और ग्रामीण उद्यमियों को लाभ पहुंचाएगी। किसान इस योजना के जरिए पशुओं की संख्या बढ़ा सकते हैं, दूध उत्पादन में इजाफा कर सकते हैं और डेयरी व्यवसाय को बड़े स्तर पर आगे बढ़ा सकते हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलेगा।
पात्रता के लिए शर्तें
SBI पशुपालन लोन योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए। आवेदक किसान या पशुपालन से जुड़े कार्य में होना जरूरी है। पशुपालन के लिए भूमि या उचित व्यवस्था का होना आवश्यक है। योजना के लिए न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम आयु 60 वर्ष तक रखी गई है। पात्रता पूरी करने के बाद ही किसान इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन की प्रक्रिया
पशुपालन लोन के लिए किसान को नजदीकी SBI बैंक शाखा में संपर्क करना होगा। वहां आवेदन फॉर्म भरने के बाद पहचान पत्र, आधार कार्ड, जमीन के कागजात, बैंक पासबुक और पशुपालन प्रोजेक्ट रिपोर्ट जैसे दस्तावेज जमा करने होंगे। बैंक अधिकारी सभी कागजातों की जांच करेंगे और स्वीकृति मिलने के बाद लोन की राशि सीधे लाभार्थी के खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
किसानों के लिए फायदे
इस योजना से किसानों को कई लाभ मिलेंगे। वे पशुपालन के लिए आसानी से पूंजी जुटा सकेंगे। दूध उत्पादन बढ़ने से उनकी आमदनी में इजाफा होगा। सरकार की ओर से मिलने वाली 25% सब्सिडी किसानों का आर्थिक बोझ कम करेगी। यह योजना न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करेगी बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी गति देगी।
योजना क्यों है खास
पशुपालन ग्रामीण भारत की अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा है। SBI और सरकार का यह संयुक्त प्रयास किसानों को मजबूत बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह योजना केवल लोन ही नहीं बल्कि सब्सिडी का भी लाभ देती है, जिससे किसानों को बिना ज्यादा कर्ज के अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने का अवसर मिलता है। यही कारण है कि यह योजना किसानों और पशुपालकों के लिए बेहद खास साबित हो रही है।